Vishkarma Yojna : कारीगरों और शिल्पकारों के सशक्तिकरण की ओर

Vishkarma Yojna

Vishkarma Yojna – प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक और कौशल विकास में सहायता प्रदान करना है। सितंबर 2023 में शुरू की गई इस योजना के तहत 13,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं,जिसका मुख्य फोकस उन कारीगरों पर है जो हाथ के औजारों से काम करते हैं।

इस लेख में हम इस योजना की प्रमुख विशेषताओं, लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया की जानकारी देंगे।

Vishkarma Yojna – विश्वकर्मा योजना के मुख्य उद्देश्य

  1. आर्थिक सहायता: शिल्पकारों को कम ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का लोन।
  2. कौशल विकास: आधुनिक तकनीकों में ट्रेनिंग और औजार खरीदने के लिए सहायता।
  3. रोजगार के अवसर: उत्पादकता बढ़ाने के लिए मार्केट एक्सेस।
  4. महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को भी इस योजना का लाभ देकर आत्मनिर्भर बनाना।

योजना की विशेषताएंVishwakarma Yojana

विशेषताविवरण
लोन सुविधा5% ब्याज दर पर ₹1 लाख की पहली किस्त और ₹2 लाख की दूसरी किस्त।
ट्रेनिंग प्रोग्राम5 से 15 दिनों की ट्रेनिंग और प्रतिदिन ₹500 का स्टाइपेंड।
औजार सब्सिडीऔजार खरीदने के लिए ₹15,000 की सहायता।
डिजिटल सपोर्टशिल्पकारों को डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन मार्केटिंग की जानकारी।
सर्टिफिकेट और आईडी कार्डलाभार्थियों को पहचान पत्र और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।

पात्रता मानदंड – Vishwakarma Yojana

इस योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें पूरी करनी होंगी:

पात्रता शर्तेंविवरण
निवास प्रमाणलाभार्थी भारत का निवासी होना चाहिए।
आयु सीमा18 से 50 वर्ष।
व्यवसायपारंपरिक कारीगर जैसे बढ़ई, लोहार, राजमिस्त्री, सुनार आदि।
दस्तावेज़आधार कार्ड, बैंक पासबुक, और मोबाइल नंबर।

विश्वकर्मा योजना – Vishkarma Yojna के तहत आवेदन कैसे करें?

चरणविवरण
स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएंOfficial Website पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
स्टेप 2: प्रोफाइल बनाएंअपना मोबाइल नंबर और आधार कार्ड डिटेल दर्ज करें।
स्टेप 3: दस्तावेज़ अपलोड करेंआवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड और बैंक पासबुक अपलोड करें।
स्टेप 4: आवेदन सबमिट करेंफॉर्म को सबमिट करने के बाद आवेदन स्थिति को ट्रैक करें।

लाभार्थियों को मिलने वाले प्रमुख लाभVishwakarma Yojana

लाभविवरण
ट्रेनिंग के दौरान स्टाइपेंडप्रशिक्षण के हर दिन ₹500 दिए जाएंगे।
औजार खरीदने के लिए सब्सिडी₹15,000 तक की सहायता राशि।
कम ब्याज दर पर लोन5% ब्याज दर पर ₹3 लाख तक का लोन।
मार्केटिंग सपोर्टऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफार्म पर उत्पाद बेचने के लिए मदद।

विश्वकर्मा योजना का प्रभाव

  1. आर्थिक सशक्तिकरण: कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता।
  2. स्वरोजगार के अवसर: पारंपरिक शिल्प और हस्तशिल्प उद्योगों को बढ़ावा।
  3. महिला भागीदारी: महिलाओं को भी आर्थिक गतिविधियों में शामिल करना।
  4. ग्रामीण विकास: ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन।

चुनौतियां और समाधानVishwakarma Yojana

चुनौतियांसमाधान
जागरूकता की कमीव्यापक प्रचार-प्रसार और जागरूकता अभियान।
डिजिटल लर्निंग में रुकावटडिजिटल प्रशिक्षण सत्रों की संख्या बढ़ाना।
लोन पुनर्भुगतान की समस्याएंआसान किस्त भुगतान की सुविधा।

निष्कर्ष

Vishkarma Yojna – प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को न केवल आर्थिक बल्कि तकनीकी रूप से भी सक्षम बनाना है। इस योजना से न केवल शिल्पकार समुदाय को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। बल्कि भारत की परंपरागत हस्तशिल्प विरासत को भी संरक्षित करने में मदद मिलेगी। अगर आप भी एक कारीगर हैं और अपनी कला और कौशल को बढ़ावा देना चाहते हैं।

तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं। इससे न केवल आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

बल्कि आप अपने व्यवसाय को भी नई ऊंचाइयों पर ले जा सकेंगे।

Read More Blogs Click Here Ladli Bahna Yojna : महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *